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सभी स्वास्थ्य संस्थानों में गुणात्मक स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करवाना जरूरी- एल.आर. वर्मा

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा समस्त स्वास्थ्य संस्थानों में रोगियों को उपलब्ध करवाई जा रही उच्च एवं गुणात्मक स्वास्थ्य सुविधाओं की निगरानी के लिए जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति का गठन किया गया

समाचार दृष्टि ब्यूरो/नाहन

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सिरमौर एल.आर. वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा समस्त स्वास्थ्य संस्थानों में रोगियों को उपलब्ध करवाई जा रही उच्च एवं गुणात्मक स्वास्थ्य सुविधाओं की निगरानी के लिए जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति का गठन किया गया है। यह समिति जिला के स्वास्थ्य संस्थानों में गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाओं पर लगातार निगरानी बनाये रखती है और समय-समय पर अपनी रिपोर्ट भी प्रस्तुत करती है।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी आज बुधवार को नाहन में स्वास्थ्य संस्थानों एवं अस्पतालों में गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता की निगरानी के लिए गठित जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

एल.आर. वर्मा ने इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिरमौर जिला में संचालित सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा भी की।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने कहा कि सभी नागरिकों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बेहतर एवं गुणात्मक चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध हों, यह सुनिश्चि बनाना समिति का मूल उददेश्य है। इसके साथ ही समिति अस्पतालों में ओपीडी, बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण, लैबोरेट्री, विभिन्न वार्ड आदि में स्वास्थ्य सुविधाओं पर नजर रखने के साथ ही अस्पतालों में मौजूद अन्य सुविधाओं पर भी नजर रखती है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अजय पाठक ने इस अवसर पर बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्वालिटी एश्योरेंस योजना के तहत जिला के अस्पतालों में व्यवस्थाओं को सुधारने और मरीजों को अधिक सुविधाएं मुहैया करवाने के मकसद से जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह समिति अस्पतालों में मरीजों को उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की निर्धारित समयावधि में निरीक्षण करना सुनिश्चित बनाती है।

उन्होंने कहा कि निरीक्षण के आधार पर अस्पतालों को स्कोर भी दिए जाते हैं जिसके आधार पर स्वास्थ्य संस्थानों को इंसेटिव के रूप में धनराशि और प्रमाण पत्र भी प्रदान किये जाते हैं। निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में साफ-सफाई, वेस्ट मैनेजमेंट, इनफेक्शन कंट्रोल, पेस्ट कंट्रोल और ढांचागत सुविधाओं आदि विषयों पर खास ध्यान दिया जाता है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।

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