
श्रीरेणुकाजी बांध परियोजना के विस्थापितों ने फिर उठाई बढ़ी मुआवजा राशि देने की मांग
समाचार दृष्टि ब्यूरो /नाहन
सिरमौर जिला के सैनधार क्षेत्र की बगड़ पंचायत के बगड़ गांव में श्रीरेणुकाजी बांध विस्थापित संघर्ष समिति की बैठक हुई। इस बैठक में विस्थापितों ने बढ़ी मुआवजा राशि दिए जाने की मांग को दोहराया।
समिति के अध्यक्ष विजय ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में विस्थापित परिवारों ने बांध प्रबंधन को भी आड़े हाथों लिया। विस्थापितों ने कहा कि उनकी जमीन की रजिस्ट्री एचपीपीसीएल के नाम होते वक्त आश्वासन दिया गया था कि जब जमीन की दरें बढ़ेगी तो उसके अनुसार मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा। मगर आज तक बढ़ा मुआवजा नहीं मिल पाया है।
विस्थापितों ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है, चाहे सरकार किसी भी पार्टी की रही हो। विस्थापितों ने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी मिलेंगे और उनसे मांगों को पूरा करने की मांग उठाई जाएगी। समिति के अध्यक्ष विजय ठाकुर और प्रेस सचिव योगेश ठाकुर ने कहा कि जिन विस्थापितों के पास अपने परिवार की रोजी रोटी चलाने के लिए घराट थे, उसके मुआवजे का भुगतान बहुत कम किया गया है। इस मांग को भी सरकार व बांध प्रबंधन के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा।
बैठक में निर्णय लिया गया कि विस्थापितों की मांगों को यदि जल्द पूरा नहीं किया गया तो मजबूरन समिति को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। कई मांगें ऐसी हैं, जिनके पूरा होने की आस विस्थापित लगाए बैठे हैं। बैठक में समिति के अध्यक्ष विजय ठाकुर ने विश्वास दिलाया कि सभी मांगों को प्रशासन व सरकार के समक्ष मजबूती के साथ रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि श्री रेणुकाजी बांध क्षेत्र की जद में आने वाली विधवा बहन को पेंशन का प्रावधान एचपीसीएल द्वारा किया जाएगा और विकलांग भी इस श्रेणी में आते हैं, जिन्हें 10 साल के लिए 1,000 पेंशन मिलेगी।
बैठक में तहसीलदार ददाहू को श्री रेणुकाजी बांध परियोजना का भू-अधिग्रहण अधिकारी नियुक्त करने पर विस्थापितों ने खुशी जाहिर करते हुए स्थानीय विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार का आभार भी जताया। इस मौके पर दर्जनों लोग मौजूद रहे।




