समाचार दृष्टि ब्यूरो/राजगढ़
भाजपा जनजाति मौर्चा के महामंत्री निहाल रापटा ने यहा जारी एक प्रैस ब्यान में कहा कि भगवान परशुराम का मानव जाति को एक संदेश है कि उड़ने में बुराई नहीं है आप भी उड़ें लेकिन उतना ही जहां से जमीन साफ दिखाई दे अर्थात जीवन में शक्ति का कभी अभिमान एवं दुरुपयोग नहीं करना चाहिए और शस्त्र व शास्त्र दोनों ही उपयोगी हैं। रापटा ने कहा कि त्रेता युग में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया पर भगवान विष्णु के अवतार परशुराम का जन्म हुआ था। भगवान परशुराम भार्गव वंश में जन्मे भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं ,वे ऋषि जमगदिनी एवं देवी रेणुका की संतान है। अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण उनकी शक्ति भी अक्षय थी।
यह संदेश युगों युगों से मानव जाति को नियमबद्ध जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहा है। इतना ही नहीं इनकी गिनती तो महर्षि वेदव्यास, अश्वत्थामा, राजा बलि, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, सहित उन सात चिरंजीवियो में होती है जिन्हें कालांतर तक अमर माना गया है। रापटा ने सभी को अक्षय तृतीया व भगवान परशुराम जंयती की शुभकामनाएं दी।