



अस्पताल में आ रहे मरीजो की जांच के बाद पता लगा है कि लगभग डेढ़ दर्जन मरीजो में हेपेटाइटिस ऐ के लक्षण भी पाए गए हैं
बताया कि यह एक जल जनित रोग है और जरूरी एहतियात बरतने पर ऐसे मरीज 14 से 28 दिनों के भीतर एकदम स्वस्थ हो जाते है
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहां
उपमंडल पच्छाद में पीलिया रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है,आये दिन तीन से चार मरीज अस्पताल में आ रहे हैं। पिछले महीने से पीलिया से ग्रस्त मरीजों की संख्या में एकाएक हो रही बढ़ोतरी को लेकर जहाँ स्थानीय लोगो मे रोष व्याप्त है वहीँ जल शक्ति विभाग की कार्य प्रणाली पर भी लगातार सवालिया निशान लगा रहे हैं।
बता दें कि सराहाँ व आसपास के क्षेत्र में मिलने वाले पानी की गुणवत्ता के बारे में जब बीएमओ सराहाँ डॉ संदीप शर्मा से बात की तो उन्होंने स्वीकार किया कि उनके विभाग द्वारा पानी के जो सैंपल एकत्रित करके कंडाघाट भेजे गये थे उनमें से 4 में से तीन सैंपल पोसिटिव पाय गये जो चिंता का विषय है। उन्होंने विभाग की और से रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है।
गौर हो कि सराहाँ क्षेत्र में लचर सीवरेज प्रणाली भी पानी दूषित होने का कारण हो सकती है जिसे बीएमओ ने भी इसे एक बड़ा कारण इस बीमारी का बताया। उन्होंने सीवरेज प्रणाली को दरुस्त करने की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रशासन को भी इससे अवगत करवाया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम अफसर,मेडिकल कॉलेज नाहन की टीमें लगातार इलाके का दौरा कर रही है व पेयजल स्तोत्रों के सैंपल एकत्रित करके उनकी जांच कर रही है।
हालाँकि स्वास्थ्य विभाग भी इन दिनों इस समस्या से लोगो को निजाद दिलाने के लिये सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इस गंभीर विषय पर बीएमओ पच्छाद डॉ संदीप शर्मा से विस्तृत चर्चा की गयी तो उन्होंने बताया कि गत नवम्बर माह से ऐसे मरीज अस्पताल में आ रहे थे जिनकी जांच के बाद उनमें पीलिया के लक्षण पाय गये। उन्होंने माना कि दिसम्बर महीने तक आते आते इन मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई। इस पर विभाग ने जहाँ आईपीएच विभाग को इससे अवगत करवाया वही इलाके के मेडिकल अफसर,फील्ड अफसर ,हेल्थ वर्कर, आशा व आंगनवाड़ी वर्करों को भी इस बीमारी की रोकथाम के लिये उचित दिशानिर्देश देते हुए उन्हें घर घर भेजा जा रहा है।
डॉ संदीप शर्मा ने बताया कि वो सुपर क्लोरीनेशन के साथ साथ लोगो को पानी उबाल कर पीना,खाना ढक कर रखना,अपने आस पास साफ सफाई रखना व खुले में शौच न जाने जैसी जरूरी जानकारी प्रदान कर रहे है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भी ऐसे मरीजों का उचित इलाज हो रहा है। उन्होंने बताया कि यहां आ रहे मरीजो की जांच के बाद पता लगा है कि लगभग डेढ़ दर्जन मरीजो में हेपेटाइटिस ऐ के लक्षण मिले है। उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजो को ज्यादा घबराने की आवश्यकता नही है। यह एक जल जनित रोग है और जरूरी एहतियात बरतने पर ऐसे मरीज 14 से 28 दिनों के भीतर एकदम स्वस्थ हो जाते है।