



प्राथमिक पाठशाला गेथल बझेड तथा चनालग में अध्यापक के सेवानिवृति उपरांत अभी तक नहीं हुई स्थायी अध्यापक की नियुक्ति
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहां
प्रारंभिक शिक्षा खंड सराहां के अंतर्गत आने वाले गेथल बझेड प्राथमिक पाठशाला तथा प्रारंभिक शिक्षा खंड नारग के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक पाठशाला चनालग इन दिनों डेपुटेशन के सहारे चल रही है। स्कूल में कोई भी अध्यापक न होने के कारण दूसरे स्कूलों से डेपुटेशन पर अध्यापकों भेजा जा रहा है। इससे स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की पढाई प्रभावित हो रही है तो वही जिस स्कूल से अध्यापकों को भेजा जा रहा है उस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
बता दें कि बागथन पंचायत के अंतर्गत आने वाले राजकीय प्राथमिक पाठशाला गेथल बझेड स्कूल में पांच छात्र छात्राएं स्कूल में शिक्षा गृहण कर रहे है। स्कूल में स्थाई रूप से कार्यरत अध्यापक 30 नवंबर 2023 को सेवा निवृत हो गए थे। जिसके बाद से यह स्कूल बिना अध्यापक के चल रहा है। विभाग द्वारा किसी भी अध्यापक को स्थायी रूप से भेजे जाने पर अभी तक यह स्कुल दूसरे स्कूलों से डेपुटेशन पर चल रहा है।
एसएमसी प्रधान रीना देवी, सदस्य रीता देवी, सुषमा देवी आदि ने बताया कि स्कूल में स्थाई रूप से अध्यापक न होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्दी से जल्दी स्कूल में स्थाई रूप से अध्यापक की नियुक्ति करें ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो।
सीएचटी बनाह की सेर मदन सिंह ने बताया कि एक तारीख के बाद स्कूल में पढ़ाई प्रभावित न हो इसको लेकर डेपुटेशन पर अलग-अलग स्कूलों से अध्यापकों को भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अलग-अलग स्कूलों से अध्यापक भेज कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
प्रारंभिक शिक्षा खंड अधिकारी सराहां राजेश शर्मा ने बताया कि सीएचटी को आदेश दिए जा चुके हैं कि स्कूल की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए जब तक स्कूल में स्थाई रूप से किसी अध्यापक के आदेश न हो तब तक स्कूल को चलाया जाए।
उधर प्रारंभिक शिक्षा खंड नारग की प्राथमिक पाठशाला चनालग में 31 जनवरी 2024 को स्थायी अध्यापक के सेवानिवृति होने के बाद अभी तक कोई भी अध्यापक के न आने से यह पाठशाला भी डेपुटेशन के सहारे चलाई जा रही है। यहाँ पर भी पांच छात्र छात्राएं शिक्षा गृहण कर रहे है।
इस सन्दर्भ में प्रारंभिक शिक्षा खंड अधिकारी नारग हिनु शर्मा ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए जब तक स्कूल में स्थाई रूप से किसी अध्यापक के विभाग द्वारा आदेश न हो तब तक स्कूल को डेपुटेशन से चलाया जा रहा है।