चिट्टा बेचने तथा इसका प्रयोग करने वालों की एक लंबी चेन को है तोड़ना की जरूरी
कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान एनडीपीएस के तहत जिला में कुल 426 मामले किये गए हैं दर्ज
समाचार दृष्टि ब्यूरो/नाहन
पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने कहा कि चिट्टा की समस्या बहुत गंभीर है और यह एक जानलेवा नशीला पदार्थ है। चिट्टे को समाज से समाप्त करना जरूरी है और इसके लिये समस्त हितधारकों, पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधियों व सभी लोगों को सहयोग करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चिट्टा बेचने तथा इसका प्रयोग करने वालों की एक लंबी चेन है जिसे तोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि चिट्टे की गिरफ्त में छोटी आयु के युवाओं को फंसाया जा रहा है। चिट्टा एक महंगा नशीला पदार्थ है जो कुछ ही अर्से में व्यक्ति को जानलेवा बन जाता है। यही नहीं व्यक्ति अपराधिक प्रवृति का हो जाता है और नशे की लत को पूरा करने के लिये चोरी तक करने लगता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने नशा तस्करों तथा इसका उपयोग करने वालों की जानकारी देने के लिये एक व्हाट्सएप नम्बर 9317082032 जारी किया है। उन्होंने लोगों से किसी भी प्रकार के नशे के संबंध में तुरंत से पुलिस को इस नम्बर पर सूचना देने का आग्रह किया है। सूचना देने वाले की पहचान को भी गोपनीय रखा जाता है। उन्होंने कहा कि जिस भी व्यक्ति को जहां कहीं पर भी नशीले पदार्थ युवाओं को बेचने वाले का पता चले, तुरंत से पुलिस को इस नम्बर पर सूचित करें।
पुलिस अधीक्षक ने प्रस्तुति के माध्यम से अवगत करवाया कि पुलिस की टीमें समय समय पर जिला के संवेदनशील क्षेत्रों में जाकर नशीले पदार्थों की खेती को नष्ट करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान एनडीपीएस के तहत जिला में कुल 426 मामले दर्ज किये गए हैं। कुल 552 व्यक्तियों को एरेस्ट किया गया। उन्होंने कहा कि चरस, भांग अफीम की खेती करने वालों की सूचना मिलने पर तुंरत से पुलिस इस खेती को नष्ट करने का कार्य कर रही है और दोषी के विरूद्ध मामला दर्ज किया जाता है। उन्होंने नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने के लिये पंचायती राज संस्थानों, स्वयं सेवी संस्थाओं, वन व शिक्षा विभागों तथा पटवारियों व राजस्व अधिकारियों के सहयोग की भी बात कही।
उपायुक्त के सहायक आयुक्त विवेक शर्मा सहित पुलिस, वन, शिक्षा व अन्य विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।