उपायुक्त ने दो दिवसीय मां नगरकोटी मेले का किया समापन विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए
समाचार दृष्टि ब्यूरो /सराहाँ
मेले और त्यौहार हमारी प्राचीन संस्कृति, परंपराओं तथा रीति-रिवाज के संरक्षण एवं संवर्धन में अहम भूमिका निभाते हैं। यह हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मेलों और त्योहारों की प्राचीन परंपरा को कायम रखना हम सब की जिम्मेदारी है।
यह बात उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने जिला सिरमौर के नारग में दो दिवसीय मां नगरकोटी मेले के समापन समारोह के अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने ने कहा कि मेलो में जहां लोगों को एक दूसरे से मिलने का मौका मिलता है वहीं समाज में एकता, समरसता और सद्भाव की भावना को भी बल मिलता है। उन्होंने लोगों से मेलों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
उन्होंने मेले के सफल आयोजन में सभी के योगदान के लिए बधाई दी तथा कहा कि मां नगरकोटी देवी जी का अपना एक धार्मिक महत्व है। इस मेले में न केवल नारग क्षेत्र के लोग बल्कि पूरे सिरमौर जिला सहित अन्य जिलों एवं राज्य के लोग भी इस मेले का आनंद उठाने आता हैं।
उपायुक्त ने बताया कि चुनाव भी एक उत्सव है हम सभी को लोकतंत्र को सुदृढ़ एवं मजबूत बनाने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान करने को कहा। उन्होंने सभी पात्र मतदाताओं से एक जून को वोट लगाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में अपने-अपने मतदान केन्द्रों पर पहुंच कर मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मतदान प्रतिशतता को बढ़ाने के लिए जिला सिरमौर में स्वीप के कार्यक्रम तहत विभिन्न पंचायतों व मतदान केंद्रों में स्वीप गतिविधियां आयोजित कर लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। उपायुक्त ने सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी खिंचवाकर लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने का संदेश भी दिया
इससे पूर्व, उपायुक्त ने मां नगरकोटी देवी जी के मंदिर में पूजा-अर्चना की और देव मंदिर से मेला ग्राउंड तक शोभा यात्रा में भी भाग लिया।
अध्यक्ष मां नगरकोटी मेला कमेटी एवं एसडीएम पच्छाद डॉक्टर संजीव कुमार धीमान ने उपायुक्त का स्वागत किया तथा उन्हें शॉल, टोपी और मां नगरकोटी देवी स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने मेले के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी दी। उन्होंने विशेष अतिथि लोकपाल मनरेगा जयदेव को भी सम्मानित किया।
इस मौके पर उपायुक्त ने मेला समिति के सदस्यों व विभिन्न खेलों के प्रायोजकों को भी सम्मानित किया।
उपायुक्त ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं स्वयं सहायता समूहों व प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सोलन द्वारा लगाई गई विश्व नवनिर्माण आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनियों का अवलोकन किया तथा मेले के दौरान आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। मैराथन दौड़ प्रतियोगिता में 50 से ऊपर के आयु वर्ग में कैप्टन भुवनेश्वर दत्त ने प्रथम, निर्मल ठाकुर द्वितीय तथा बीडीओ रमेश शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार 31 से 50 वर्ष के आयु वर्ग में विशाल शर्मा प्रथम, रमेश ठाकुर द्वितीय तथा मोहित ने तृतीय स्थान जबकि 18 से 30 वर्ष के आयु वर्ग में मनीष कौंडल प्रथम, शेखर ठाकुर द्वितीय व अभिनव कुमार तृतीय स्थान पर रहे।
0 से 1 साल तक के स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता में रियांश ने प्रथम स्थान, एक से 2 साल में सादिक और अर्पण ने प्रथम स्थान जबकि दो से 3 साल के स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता में अपराजित ने प्रथम स्थान हासिल किया।
रस्सा कशी प्रतियोगिता में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व आशा वर्कर्स विजय रही। म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता में स्वयं सहायता समूह कोटला की ज्योति प्रथम और संध्या चौहान प्रिंसिपल दाडो देवरिया ने द्वितीय स्थान हासिल किया। मटकाफोड़ में मीना शर्मा आशा कार्यकर्ता अजगा विजयी रहीं। मेहंदी प्रतियोगिता में कविता अत्री ने प्रथम, किरण ने द्वितीय व आंचल शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर नायब तहसीलदार दीपक सूद, खंड विकास अधिकारी रमेश शर्मा, खंड चिकित्सा अधिकारी राजेंद्र, बाल विकास परियोजना अधिकारी दीपक चौहान सहित मेला कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।