



हिमाचल प्रदेश की सियासत के चाणक्य कहे जाने वाले 95 वर्षीय पंडित सुखराम संसार से हुए अलविदा,
प्रदेश में शोक की लहर, आज मंडी में होगा अंतिम संस्कार
समाचार दृष्टि ब्यूरो/शिमला
दूरसंचार क्रांति के मसीहा और पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम का बीती रात देहांत हो गया है। वह 95 वर्ष के थे।
उन्होंने बीती रात करीब डेढ़ बजे दिल्ली स्थित एम्स में अंतिम सांस ली।
उनके पोते आश्रय शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दादा के देहांत की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा ’’अलविदा दादा जी, अब नहीं बजेगी टेलीफोन की घंटी’’।
बता दें कि पंडित सुखराम को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था जिन्हें दिल्ली
एम्स में भर्ती किया गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात को उन्हें फिर से दिल का दौरा पड़ा, जिस कारण उनका देहांत हो गया।
27 जुलाई 1927 को जन्में पंडित सुखराम ने 1993 से 1996 तक दूरसंचार मंत्रालय बतौर केंद्रीय मंत्री संभाला। 1963 से 1984 तक मंडी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 1998 के विधानसभा चुनाव से पहले पंडित सुखराम ने हिमाचल विकास कांग्रेस के गठन का ऐलान किया। पार्टी के हाथ 5 सीटें आ गई। भाजपा व कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत न मिलने के कारण पंडित सुखराम की किंग मेकर की भूमिका रही।
आज उन्हें मंडी लाया जाएगा जहां उनके अंतिम दर्शन के बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।