



डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव मंदिर योजना’ में मिले 36 लाख, जिला प्रशासन ने भेजा था 54 लाख का डवलपमेंट प्लान – डॉ शशांक गुप्ता
सहायक पर्यटन विकास अधिकारी, पीओ डीआरडीए व वन विभाग की संयुक्त समिति ने किया मन्दिर का दौरा
समाचार दृष्टि ब्यूरो / सराहा
प्रदेश सरकार की हिमाचल के धार्मिक स्थलों को संवार कर उन्हें धार्मिक पर्यटन के तौर पर विकसित करने की मुहिम सिरमौर जिला के लिए भी कारगर सिद्ध हो रही है। इससे पच्छाद उपमंडल में पड़ने वाले प्रसिद्ध धार्मिक एवं रमणीक पर्यटन स्थल भूरेश्वर महादेव मंदिर का भी कायाकल्प होने जा रहा है। इस रमणीक स्थल तक वाहन से पहुंचने के लिए पक्की सड़क पहले ही निर्माणाधीन है और अब इसके सौंदर्यीकरण के लिए 36 लाख की राशि स्वीकृत हुई है।
जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग ने भुरेश्वर मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए ‘डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव मंदिर योजना’ के तहत 54 लाख का एक प्रोजेक्ट प्लान स्वीकृति के लिए भेजा था। पहले चरण के लिए 36 लाख का बजट स्वीकृत हो गया है। योजना के मुताबिक मन्दिर के ट्रैकिंग रूट को न केवल संवारा जाएगा बल्कि उसे आकर्षक बनाकर आरामदायक भी बनाया जाएगा।
क्वाग्धार से भुरेश्वर महादेव मंदिर के ट्रैकिंग रूट पर पर्यटकों के लिए जगह-जगह बैंच की सुविधा रहेगी साथ ही एक किलोमीटर के बाद छोटे-छोटे पार्क भी विकसित किए जाएंगे। मेला ग्राउंड व उसके आसपास पार्क बनाया जाएगा। भूरेश्वर महादेव मंदिर परिसर व आसपास स्थित पहाड़ों व पत्थरों को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएग। मंगलवार को जिला प्रशासन की एक टीम ने भूरेश्वर महादेव मंदिर स्थल का दौरा किया। जिसमें जिला सहायक पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा, एसडीएम डॉ शशांक गुप्ता, पीओ डीआरडीए कल्याणी गुप्ता व वन विभाग के अधिकारी शामिल थे।
एसडीएम डा शशांक गुप्ता ने बताया कि डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव मंदिर योजना के तहत 36 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। जिसके तहत क्वागधार मंदिर के ट्रैकिंग रूट का सौंदर्यीकरण कर बैंच व छोटे पार्क बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भविष्य में मन्दिर परिसर के सौंदर्यीकरण की भी योजना है।