



तालाब स्तिथ लगे कूड़ेदान के लिए ट्रेक्टर के आने जाने के लिए मुख्य सड़क खेडा मंदिर से कूड़ेदान तक पूरी जगह को किया नो पार्किंग जोन घोषित
समाचार दृष्टि ब्यूरो /सराहां
उपमंडल पच्छाद मुख्यालय सराहां बाजार में सफाई और पार्किंग व्यवस्था को सुद्रिड बनाने के लिए आज एसडीएम मेजर डॉ शशांक गुप्ता ने बाजार स्तिथ श्रीगुल तालाब का निरिक्षण किया । मौके पर पहुंचे एसडीएम के साथ एसएचओ बलदेव ठाकुर तथा स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान सुरती चौहान व उपप्रधान नरेंद्र गोसाईं ने स्थानीय दुकानदारों के साथ तालाब के पास गाड़ियों कि पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित किये । वही तालाब स्तिथ लगे कूड़ेदान के लिए ट्रेक्टर के आने जाने के लिए मुख्य सड़क खेडा मंदिर से कूड़ेदान तक पूरी जगह नो पार्किंग जोन घोषित किया गया।
बता दें कि तालाब के पास केवल ईएसआई जगह हे जहाँ बाजार के लिए आने वाली गाड़ियों को पार्क किया जा सके लेकिन यहाँ जगह कम होने के कारण लोग यहाँ वहां गाड़ियाँ लगाकर घंटो उधर इधर रहते थे । इसी वजह से यहाँ सफाई तक नही हो पा रही थी । इसी समस्या को देखते हुए आज स्वयं एसडीएम पूरी टीम के साथ मौके पर आये थे । एसडीएम ने साफ तौर पर आदेश जारी किये हैं कि तालाब के चरों तरफ कोई भी वाहन खड़ा नही होगा । उन्होंने आदेश जारी किये कि तालाब पर केवल चिन्हित स्थानों पर ही गाड़ी कुछ समय के लिए पार्क होगी उसमे भी वाहन चालक को अपना मोबाईल नम्बर देना होगा ।
गौर हो कि तालाब के सौन्दरियकर्ण के लिए पंचायत के पास बजट आया है जिसका कार्य भी शीघ्र शुरू किया जा रहा है। इसके मध्यनजर आज इस पर भी विस्तार से चर्चा हुई जिसके लिए तालाब के चारों और गाड़ियाँ खड़ी नही होगी । ग्राम पंचायत प्रधान सुरती चौहान ने यहाँ कि साफ सफाई के लिए तालाब के पास खड़ी गाड़ियों के कारण आ रही दिक्कतों के बारे में एसडीएम से आग्रह किया था । जिस पर आज एसडीएम ने थाना प्रभारी को आदेश दिए कि यहाँ उन गाड़ियों के चालान किये जाएं जो चिन्हित स्थानों के बाहर अपनी गाड़ियाँ खड़ी करेगा ।
उधर एसडीएम मेजर डॉ शशांक गुप्ता ने बताया कि तालाब के पास बार बार आ रही दिक्कतों को देखते हुए तालाब के साथ चारों तरफ नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि तालाब के पास बाजार आने जाने वालों कि कुछ गाड़ियाँ पार्क हो सके उसके लिए जगह चिन्हित कि जाएगी साथ हि यह भी आदेश दिए गए हैं कि गाड़ियों में अपना मोबाईल नम्बर जरुर रखकर जाये ताकि यदि गाड़ी हटानी पड़े तो उन्हें संपर्क किया जा सके ।