July 27, 2024 8:18 am

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सुक्खू सरकार द्वारा मण्डी खड़ाना हाई स्कूल को डीनोटिफाईड करने पर बिफरे ग्रामीण व अभिभावक

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Samachar Drishti

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सरकार के इस निर्णय से घरद्वार पर बच्चों को उच्च शिक्षा लेने का सपना हुआ चकना चूर

प्रदेश मुख्यमंत्री व् शिक्षा मंत्री से जल्द से जल्द इस दुर्गम क्षेत्र के स्कुल को खोंलेन की ग्रामीणों ने उठाई आवाज़,

समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहाँ

सिरमौर जिला के उपमंडल पच्छाद के अंतर्गत आने वाले दुर्गम क्षेत्र मंडी खड़ाना वासियों पर प्रदेश सरकार का स्कूलों को डिनोटिफाइ करने का निर्णय भारी पड़ गया है। मंडी खड़ाना क्षेत्र के ग्रामीण सरकार के इस फैसले से बेहद नाराज हैं।

उन्होंने हाई स्कूल में आपात बैठक बुलाकर इसका कड़ा विरोध जताया और सरकार से मांग की है कि उनके नजदीक में कोई हाई स्कूल नहीं है। यही वजह है कि इस क्षेत्र के बहुत से निर्धन परिवार उच्च शिक्षा नहीं ले पाए। उन्होंने कहा कि इस दूरदराज क्षेत्र के लोगों में नई उम्मीद जगी थी कि वे घरद्वार पर बच्चों को उच्च शिक्षा दिला पाएंगे। लेकिन सरकार के इस निर्णय से उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता जा रहा है।

एसएमसी अध्यक्ष नीलम पंवार ने बताया कि दुर्गम क्षेत्र होने के कारण नजदीक में कोई हाई स्कूल नहीं है। सराहां स्कूल की दूरी 13 किलोमीटर जबकि बनाह की सेर जाने के लिए 6 किलोमीटर जंगल का रास्ता पड़ता है। इससे जंगली जानवरों का खतरा भी बना रहता है। यातायात के साधन के नाम पर यहां केवल मात्र एक बस चलती है। इस बस की कोई समयसारिणी नहीं है जबकि कच्चा रास्ता होने से बारिश में यह बस बन्द हो जाती है। इससे बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते  और धर भी वे देर से पहुंचते हैं। उन्हें हर समय बच्चों की चिंता सताती रहती है।

अभिभावकों ने माना कि स्कूल में बच्चों की संख्या कम है लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि इस दुर्गम क्षेत्र की भौगोलिक स्तिथि को बिना जाने इसे डीनोटिफाईड कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है इसके पीछे क्षेत्र में बादल फटने की प्राकृतिक आपदा बड़ी वजह है।

महिला मंडल प्रधान निशा देवी ने कहा कि बादल फटने से नदी नालों से घिरे इस क्षेत्र के पुल बह गए जिससे बच्चे इस स्कूल में नहीं आ सके नतीजतन उन्हें अपने रिश्तेदारों के यहां रखकर दूर के स्कूलों में पढ़ाना पड़ रहा है। जबकि कुछ बच्चे मीलों पैदल चलकर दूसरे स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं।

अभिभावकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से गुहार लगाई है कि क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इस स्कूल को डिनोटिफाइ न करके यथावत रखा जाए ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी उच्च शिक्षा ले सकें।

इस अवसर पर प्रीतम सिंह, रामस्वरूप शर्मा, जगमोहन, मदन सिंह, अमर सिंह, इंद्र दत, विजय पाल, सुभाष चंद, मुकेश शर्मा, दुर्गा देवी, नीलम, पूजा व ममता देवी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।

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