



इस कौशल विकास प्रशिक्षण में बाग पशोग पंचायत की 50 अनुसूचित जाती की महिलाये कर रही हैं प्रशिक्षण प्राप्त
महिलाओं को फलों तथा सब्जियों के फसलोत्तर प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन पर दिया जा रहा कौशल विकास प्रशिक्षण
समाचार दृष्टि ब्यूरो/ सराहां
सिफेट लुधियाना तथा उद्यान विभाग हिमाचल प्रदेश के सोजन्य से तीन दिवसीय फलों एवं सब्जियों के फसलोत्तर प्रसंस्करण तथा मूल्यवर्धन पर कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इस कौशल विकास प्रशिक्षण में बाग पशोग पंचायत की 50 अनुसूचित जाती की महिलाये प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं जिसका आज उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम ने बतौर मुख्यातिथि पहुंचकर शुभारम्भ किया।
उपायुक्त ने इस अवसर कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आजीविका के साथ साथ उनके द्वारा खेतों में तैयार फल एवं सब्जियों का सही उपयोग होगा। जिन फल एवं सब्जियों को यह मार्किट में बेच नही पाते हैं उन्हें घर पर ही यहाँ पर दी जाने वाली ट्रेनिंग से वह इनके उत्पाद तैयार कर अपनी आजीविका का सुधार कर पाने में सक्षम होंगी।
इस शिविर में उपस्थित महिलाओं को बताया गया कि जो फल व सब्जियां मंडी में नही बिकती है उससे घर पर ही प्रोसेस करके अच्छा उत्पाद तैयार कर बेचा जा सकता है। सिफेट से आये डॉ पंकज व डॉ रणजीत सिंह ने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य यही है कि कटाई के उपरांत जो कृषि उत्पाद है उसे अधिक से अधिक प्रसंस्करण के माध्यम से उनका मुल्वर्धन कर सके ताकि किसानो कि आय में बढ़ोतरी हो सके। उन्होंने विडिओ क्लिप के माध्यम से महिलाओं को सिफेट के कार्यों को दिखाया।
उप निदेशक उद्यान विभाग नाहन डॉ सतीश शर्मा व विषय विशेषज्ञ उद्यान डॉ देवेन्द्र अत्री ने प्रशिक्षु महिलाओं को बताया कि जो फल व सब्जियां मंडी में नही बिक पाती उन्हें बेहतर ढंग से केसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस अवसर पर उद्यान विकास अधिकारी राजेश शर्मा व जगमोहन शर्मा, प्रधान ग्राम पंचायत बाग पशोग राजेश्वरी शर्मा समेत कई गणमान्य व्यक्ति मोजूद रहे।