



मुसाफिर ओर दयाल प्यारी समर्थकों ने आज खुल कर पच्छाद में कांग्रेस की गुटबाजी की खोली पोल, अपने अपने नेता के लगाये नारे
सराहां पहुंचने पर विक्रमादित्य सिंह का कांग्रेस के दोनों धड़ों ने अलग अलग किया स्वागत
समाचार दृष्टि ब्यूरो/ सराहां
कांग्रेस द्वारा रोजगार संघर्ष यात्रा पुरे प्रदेश में निकली जा रही है जिसकी शुरुवात विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने जिला सिरमौर के शिलाई विधानसभा क्षेत्र से की। आज यह रोजगार संघर्ष यात्रा सराहां पहुंची जहां कार्यकर्तायों ने विक्रमादित्य सिंह का जोरदार स्वागत किया।
हालाँकि सराहां पहुंचने पर विक्रमादित्य सिंह का कांग्रेस के दोनों धड़ों ने अलग अलग स्वागत किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर व भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई दयाल प्यारी ने मुख्यातिथि का अलग अलग जगह स्वागत किया। सबसे बड़ा हाई वोल्टेज ड्रामा तब देखने को मिला जब रैली के दौरान यह रोजगार संघर्ष यात्रा शक्तिप्रदर्शन में तब्दील हो गई। एक ही रैली में दों नेताओ के अलग अलग नारे लगने शुरू हो गए।
कांग्रेसी नेता गंगूराम मुसाफिर ओर दयाल प्यारी समर्थकों ने आज खुल कर पच्छाद में कांग्रेस की गुटबाजी की पोल खोल कर रख दी। जिस पर रैली के बाद बायोवृद्ध नेता देवेन्द्र शास्त्री ने अपने संबोधन के दौरान इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि जब तक कांग्रेसी संगठित नही होगे तब तक पच्छाद से कांग्रेस जीत दर्ज नही कर सकेगी। उन्होंने कहा कि जो संगठन के साथ नही चलता वह कभी कामयाब नही हो सकता।
उन्होंने दोनों नेताओं के सलाहकारों को भी खुले मंच से फटकार लगाते हुए कहा कि पहले संगठित होना सीखें उसके बाद चुनाव लड़ने व लड़वाने की बात करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक विचारधारा है जिसे समझना और उसपर चलना पहला कदम है।