July 27, 2024 2:53 pm

Advertisements

चमेंजी डबल मर्डर केस सुलाझा – पड़ोस में रहने वाला भतीजा ही निकला माँ बेटे का हत्यारा

♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

Samachar Drishti

Samachar Drishti

शातिर भतीजे ने पहले अपनी चाची उर्मिला को काटा ओर फिर मासूम बच्चे को उतार दिया मौत के घाट
एसआईटी टीम ने 10 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद दबोचा माँ बेटे का हत्यारा, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
मृतिका को आरोपी हत्यारे के छोटे भाई ने किए थे 969 बार फोन कॉल्स, पुलिस ने करीब 400 लोगों से की थी पूछताछ
समाचार दृष्टि ब्यूरो/नाहन

सिरमौर जिला के पच्छाद उपमंडल की चमेंजी पंचायत में हुई माँ बेटे की निर्मम हत्या की गुत्थी को आखिरकार पुलिस ने सुलझा ही लिया है। इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई ओर नहीं बल्कि गांव का ही एक शख़्स निकला जो रिश्ते में उसका भतीजा लगता है। 10 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आया। एसआईटी ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिससे पूछताछ की जा रही है।

बता दें कि पुलिस थाना पच्छाद के अंतर्गत चमाँजी गाँव में एक महिला तथा उसके 9 वर्ष के बच्चे की हत्या हो गयी थी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक जिला सिरमौर रमन मीणा ने इस हत्या की गुथी को सुलझाने के लिए तुरंत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा जिला सिरमौर, की अध्यक्षता मे एक एसआईटी का गठन किया जिसने इस मामले मे कड़ी मेहनत के बाद मामले मे दोषी आरोपी को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की है।

तफतीश के दौरान आरोपी की तलाश व पहचान हेतु सीसीटीवी फुटेज चैक किये गये तथा मौका से डंप डाटा उठाया गया तथा मृतिका के मौबाईल नम्बर की सीडीआर निकाली गई तथा अवलोकन किया गया तथा संदिग्ध नम्बरों की तस्दीक अमल मे लाई गई व सीडीआर का विश्लेषण किया गया जिस पर नरेश कुमार उम्र 32 वर्ष पुत्र नरायणु गांव चमैंजी तह0 पच्छाद को पकड़ कर पूछताछ की तो उसने बतलाया की यह मृतिका को लगभग 3 वर्षो से जानता था। पुलिस को दिए ब्यान में उसने बताया कि आते जाते इनकी आपस मे जान पहचान हो गई थी और वह दोनों आपस मे बातचीत करते थे।

पुलिस की पूछताछ मे आरोपी ने बतलाया की वारदात के दिन उसने मृतिका के घर का दरवाजा तोड़ कर अन्दर जाकर सीधा उर्मिला के सिर पर दराट से वार कर दिया जिस कारण वह निचे फर्श पर गिर गई ओर उसके बाद उसने बैड पर बैठे बच्चे की गर्दन व सिर पर दराट मारा जिस कारण दोनों की मौका पर ही मौत हो गई।

इस एसआईटी की टीम मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा ,डीएसपी राजगढ़ अरुण मोदी, डीएसपी मुकेश डडवाल, इंस्पेक्टर योगेंदर सिंह, सब इंस्पेक्टर मदन लाल, सब इंस्पेक्टर रविंदर लाल, मुख्य आरक्षी कमल, ओम प्रकाश, रोहित व् आरक्षी नितीश, प्रदीप व नारायण शामिल थे।

पुलिस अधीक्षक रमन मीणा ने बताया कि आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आरोपी ने हत्या के दौरान जिन हथियारों का प्रयोग किया था उनकी बरामदगी अभी नहीं हुई है। आरोपी को अदालत में पेश किया जा रहा है।

एसपी ने बताया कि मृतक के घर से आरोपी के घर की दूरी मात्र 10 मिनट की है। और उनका पिछले कुछ सालों से संबंध था जिसके बाद उनका एक दूसरे के घर आना जाना भी था। लेकिन कुछ समय से आरोपी के छोटे भाई के साथ मृतका का संबंध बना जिसकी भनक जब आरोपी को लगी तो उसने महिला व उसके 9 साल के बच्चे को मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने बताया कि मृतिका को आरोपी के छोटे भाई ने 969 बार फोन कॉल्स किए थे। इसी को आधार मानकर पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया और पुलिस आरोपी तक पहुंची। एसपी ने बताया कि मामले का पटाक्षेप करने से पूर्व पुलिस ने करीब 400 लोगों से पूछताछ भी की।

पुलिस टीम ने नहीं मनाया दिवाली पर्व-पुलिस अधीक्षक रमन मीणा

एसपी ने बताया कि मामले में गठित की गई एसआईटी घटना के आरोपी को पकड़ने में दिन-रात लगी रही। उन्होंने बताया कि बीच में दिवाली पर्व रहा लेकिन एसआईटी में लगे कर्मियों ने अपना दिवाली पर्व तक नहीं बनाया और उन्होंने आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा कर दिवाली पर्व मनाया। एसपी ने बताया कि आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाने में पूरी टीम का बेहद योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि वह स्वयं भी घटनास्थल पर डटे रहे। एसपी ने एसआईटी की टीम को बधाई दी और उनकी इस कड़ी मेहनत की सराहना की।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram
LinkedIn
Email
Print

जवाब जरूर दे

[democracy id="2"]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisements

Live cricket updates

error: Content is protected !!