



जलशक्ति विभाग की कार्यप्रणाली सन्देह के घेरे में-दूषित पेयजल बन रही बड़ी वजह
अधिकतर बच्चे आ रहे इस गंभीर बीमारी की चपेट में,बड़ों में भी देखे जा रहे हैं इस बीमारी के लक्षण,
मरीजों की संख्या में लगातार हो रही है बढ़ोतरी, स्वास्थ्य विभाग चिंतित – पानी के सेम्पल टेस्टिंग को भेजे, सभी को उबला पानी पीने की सलाह,
प्रशासन ने एहतियात बरतने कि की अपील, जल शक्ति विभाग को जल भण्डारण टेंक कि सफाई के दिए निर्देश
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहाँ
उपमंडल पच्छाद में एकाएक पीलिया बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। इसमें अबसे ज्यादा मरीज उपमंडल पच्छाद मुख्यालय सराहां में पीलिया से ग्रसित हैं। दूषित पेयजल के सेवन से होने वाली यह जल जनित बीमारी स्वास्थ्य विभाग के लिए भी चिन्ता की वजह बन गई है।
सराहाँ कस्बे में अधिकतर बच्चे इस बीमारी से ग्रसित बताए जा रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अब तक करीब 50 से 60 युआ व् बच्चे इस बीमारी कि चपेट में आ चुके हैं। हालाँकि बहुत से लोग अस्पताल पहुंचकर ईलाज करवा रहे हैं तो कुछ लोग झाड़फूंक कर काम चला रहे हैं।
कस्बे में एकाएक पीलिया का प्रकोप बढ़ने से जलशक्ति विभाग की कार्यप्रणाली सन्देह के घेरे में आ गई है। अब सवाल यह उठता है कि लोगों को मिलने वाला पीने का पानी क्या इस कदर दूषित हो गया है जो इस तरह की गंभीर बीमारी को उतपन्न करने लगा है या फिर कुच्छ और वजह हो सकती है?
एसडीएम डॉ संजीव धीमान ने इस बीमारी के पसरने कि बात पर चिंता जताते हुए कहा कि जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने व जल्द पेयजल के सैंपल लेने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग के एसडीओ को निर्देश दे दिए गए है कि तुरंत भंडारण टेंक कि सफाई व् इसके कारणों को तलाशा जाये । उन्हों लोगों से भी अपील करी है वह एहतियात बरते।
उधर, बीएमओ डॉ संदीप शर्मा ने कहा कि सिविल अस्पताल सराहां में पीलिया के मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं, जांच में पीलीए की पुष्टि हो रही है। 3 से 4 मरीज प्रतिदिन पीलीए से ग्रसित पाए जा रहे हैं। जलशक्ति विभाग को पीने के पानी के सैंपल लेने को कहा गया है।
उधर जल शक्ति विभाग के एसडीओ संजय मोक्टा ने बताया कि जल भण्डारण टेंक के पानी का सेम्पल टेस्टिंग के लिए नाहन भेज दिया गया है। सोमवार को इसकी रिपोर्ट आ जाएगी उसके बाद ही पता चलेगा कि यहाँ पीलिया पानी से फ़ैल रहा है या कोई अन्य कारणों से फ़ैल रहा है।