बाग पशोग शी हॉट की महिलाओं ने मोटे अनाज से पहाड़ी व्यंजनों की रेसिपी की सांझा, कोदे से बनाए लड्डू व मीठे नमकीन सिडकु
समाचार दृष्टि ब्यूरो।/सराहां
बाल विकास परियोजना अधिकारी व खंड विकास अधिकारी पच्छाद, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन खंड पच्छाद तथा कृषि विभाग पच्छाद के संयुक्त तत्वाधान द्वारा बाग पशोग पंचायत स्थित शी हॉट में पोषण अभियान के अंतर्गत पोषण पखवाड़े का आयोजन किया गया। पोषण पखवाड़े के तहत यहां मोटे अनाज के महत्व को लेकर जागरूकता शिविर आयोजित किया गया जिसमें एसडीएम डॉ संजीव धीमान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की ओर स्वस्थ जीवन के लिए मोटे अनाज का महत्व उपस्थित महिलाओं को समझाया।
इस शिविर में पच्छाद खण्ड की 25 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों, जिला एवम खंड पोषण समन्वयक सहित स्थानीय पंचायत प्रधान, उपप्रधान, वार्ड मेंबर के अलावा अन्य लोग भी उपस्थित रहे। शिविर में शी हॉट की महिलाओं ने मोटे अनाज से पहाड़ी व्यंजनों को तैयार करने की विधि बताई। उन्होंने कोदे के आटे से लड्डू, मीठे व नमकीन सीडकु बनाने की विधि का प्रदर्शन किया व इससे मिलने वाले पौषण से भी अवगत करवाया।
सीड़ीपीओ दीपक चौहान ने बताया कि इस जागरूकता शिविर का आयोजन महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण एवं पंचायतीराज व कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। पच्छाद उपमंडल के बाग पशोग स्थित शी हॉट में पोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित पखवाड़े की अध्यक्षता एसडीएम डॉ संजीव धीमान कर रहे हैं। जिसमें ‘श्री अन्न’ मिलेट्स यानी मोटे अनाज जैसे बाजरा, कोदा, रागी, ज्वार आदि की खेती एवं दैनिक उपयोग में पोषाहार के तौर पर सम्मिलित करने की जानकारी प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने उक्त विधि को आंगनवाड़ी केंद्रों व अपने घरों में बनाने का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। एसडीएम डॉ संजीव धीमान ने कहा कि आज स्थानीय स्तर पर उपलब्ध मोटे अनाज की खेती की नितांत आवश्यकता है। इन्हें उगाकर दैनिक जीवन में उपयोग किया जाए तो इससे हमें बहुत अधिक पोषण मिलता है।
कृषि विकास अधिकारी ने बताया की विभाग मोटे अनाज के बीज इत्यादि जागरूकता शिविर के माध्यम से बांटकर किसानों को इसके लाभ की भी जानकारी प्रदान कर रहा है। शिविर में खंड विकास अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। शी हॉट की महिलाओं ने कोदे के आटे से तैयार किए गए व्यंजनों को उपस्थित अधिकारियों एवं सहभागियों में वितरित किया जिसकी सभी ने भूरी भूरी प्रशंसा की।समस्त सहभागियों ने यहां के पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद लिया उन्हें व्यंजनों की थाली भोजन के रूप में परोसी गई।