
समाचार दृष्टि ब्यूरो/राजगढ़
राजगढ़ मे स्तिथ प्राचीन शिरगुल देवता मंदिर में शिवलिंग की स्थापन के लिए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान आरंभ हो गया। शिरगुल मंदिर समिति राजगढ़ द्वारा आयोजित यह अनुष्ठान पांच दिनो तक चलेगा।

क्या कहना है इस अनुष्ठान के बारे में मुख्य आचार्य सुभाष शर्मा का :
इस अनुष्ठान के मुख्य आचार्य सुभाष शर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया यहां प्राचीन शिरगुल देवता मंदिर राजगढ़ में क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा, सुख स्मद्वि ,एवं आम जन मानस के कल्याण के लिए इस शिवलिंग की स्थापन की जा रही है और किसी भी मुर्ति की स्थापना से पहले उसकी प्राण प्रतिष्ठा शाश्त्रो में वर्णित विधि विधान के अनुसार की जाती है। इस कड़ी में यहाँ भी पूरे विधि विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है।
इस प्रकार होगा पांच दिवसीय अनुष्ठान का कार्यक्रम:
इस पांच दिनो में प्रतिदिन देवी देवताओं का आवाहन एवं स्थापित पीठ की पूजा के बाद प्रथम दिन शिवलिंग एवं नंदी महाराज का जलादिवास यानि पूरी रात्रि को शिवलिंग को जल में रखा जाएगा।
दूसरे दिन पीठ पूजा के बाद धृतादिवास व अन्नादिवास यानि इसमे पूरी रात को शिवलिंग व नंदी महाराज को घी व अनाज में रखा जाएगा।
तीसरे दिन पीठ पूजा फलादिवास ,फूलादिवास वस्त्रादि वास यानि इसमे शिवंलिग व नंदी महाराज को फल ,फूल व वस्त्र में पूरी रात्रि रखा जाएगा।
चौथे दिन पीठ पूजन के बाद स्नपन शिखर पूजन ,नगर परिक्रमा, शईया दिवस व स्थापना की जाएगी।
पंचम दिवस के दिन हवन यज्ञ होगा जिसमें सैकड़ो भक्त आहुति डाल कर पुण्य के भागीदार बनेगे।
इसी दिन उसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन होगा जिसमे हजारो भक्त महा प्रसाद ग्रहण करेगे।
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