
भारी बरसात के कारण टिक्करी-कुठार पंचायत में पड़ने वाली मेहल ढांक’ के बैठ जाने के कारण यह मुख्य सड़क पूरी तरह हो गई थी बाधित
समाचार दृष्टि ब्यूरो / सराहाँ
उपमंडल पच्छाद के घिन्नीघाड़ क्षेत्र में भारी बरसात के कारण पिछले 40 दिनों से बंद पड़ी सराहां-चंडीगढ़ सड़क पर आखिरकार ‘पीला पंजा’ (जेसीबी/मशीन) चल गया है। सिरमौर के पच्छाद उपमंडल में आने वाले घिन्नीघाड़ क्षेत्र को इससे बड़ी राहत मिली है, हालाँकि फिलहाल इस मार्ग से केवल छोटे वाहनों को ही गुजरने की अनुमति मिल पाएगी।
•हमारे फेसबुक पेज पर दिए Linkसे जुड़िए :-https://www.facebook.com/SamacharDrishtiLive/
मुख्य मार्ग 40 दिनों तक रहा बाधित
इस बार की मानसूनी बरसात ने सिरमौर जिले के घिन्नीघाड़ क्षेत्र (जो हरियाणा सीमा से सटा हुआ है) की 6 पंचायतों की जीवनरेखा कही जाने वाली सराहाँ -चंडीगढ़ सड़क को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। टिक्करी-कुठार पंचायत में पड़ने वाली मेहल ढांक’ के बैठ जाने के कारण यह मुख्य सड़क पूरी तरह बाधित हो गई थी।
ग्राम पंचायत टिक्करी कुठार के प्रधान याद राम शर्मा ने बताया कि सड़क बाधित होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, पंचायत ने वैकल्पिक रास्तों को दुरुस्त रखा ताकि सब्जियों की ढुलाई और आवश्यक कार्य न रुकें, लेकिन मुख्य सड़क 40 दिनों तक बंद रही।
उपायुक्त के हस्तक्षेप से मिली सफलता
पंचायत प्रधान याद राम शर्मा ने बताया कि उन्होंने विभाग से लगातार सड़क को ठीक करने की मांग की, लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। इस दौरान विधायक रीना कश्यप ने भी मौके पर पहुंचकर सड़क का जायजा लिया था।
जब कहीं से बात नहीं बनी, तब टिक्करी-कुठार पंचायत प्रधान के प्रयासों और घिन्नीघाड़ विकास मंच के सहयोग से घिन्नीघाड़ क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने दो दिन पूर्व उपायुक्त सिरमौर से मुलाकात की। उपायुक्त से मिले आश्वासन के बाद ही सड़क पर मशीनें लग पाईं।
फिलहाल सड़क खुल जाने से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। प्रधान याद राम शर्मा ने पंचायत वासियों की ओर से और घिन्नीघाड़ विकास मंच के संयोजक डॉ प्रदीप शर्मा ने भी उपायुक्त का आभार व्यक्त किया है।
ये भी पढ़ें-
Sirmour:उपायुक्त ने बैंकों को जिला के दूर दराज क्षेत्रों में वित्तीय जागरूकता शिविर लगाने के दिए निर्देश




