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”शिक्षा में कला” कार्यशाला का जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन में शुभारंभ

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लोक संस्कृति हमें अपनी मिट्टी से जोड़े रखती है जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन में बोले प्राचार्य एस. के. तिवारी
कला क्षेत्र आज एक उद्योग बन चुका है इसमें कैरियर की अपार संभावनाएं-कुलदीप गुलेरिया

समाचार दृष्टि ब्यूरो/नाहन

शिक्षा में कला कार्यशाला का शुभारंभ जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन में प्राचार्य एस. के. तिवारी की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने इस अवसर पर मुख्य स्रोत व्यक्ति व उनके सहयोगियों का स्वागत करते हुए कहा कि एक माह तक चलने वाली ‘‘शिक्षा में कला’’ कार्यशाला छात्रों को लोक संस्कृति के संरक्षण के प्रति जागरूक करना व लोक संस्कृति की विभिन्न जानकारियों से बच्चों का ज्ञान वर्धन करना है।

उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति हमें अपनी मिट्टी से जोड़े रखने के लिए प्रेरित करती है और हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत बहुत ही समृद्ध है और इसे संजोए रखना हम सबका नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने बच्चों से कार्यशाला में बढ़-चढ़कर भाग् लेने का आह्वान किया।

इस अवसर पर मुख्य स्रोत व्यक्ति एवं प्रख्यात संस्कृत कर्मी कुलदीप गुलेरिया ने कहा कि एक महीने तक चलने वाली ‘‘शिक्षा में कला’’ कार्यशाला में छात्रों को मुख्यतः सिरमौरी नाटी के अतिरिक्त मंडी जनपद का प्रधान लोक नृत्य लुडडी, कांगड़ा का झमाकड़ा इत्यादि का प्रशिक्षण देने के साथ लोक संस्कृति के विभिन्न पहलुओं से रू-ब-रू करवाया जाएगा।

उन्होंने छात्रों को जागरूकता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आज के बदलते परिवेश और पाश्चात्य संस्कृति के लिए युवाओं का आकर्षण, ग्लैमर के साथ मोबाइल संस्कृति ने लोक संस्कृति को लुप्त होने की कगार पर पहुंचा दिया है। ऐसे समय में लोक संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कला क्षेत्र आज एक उद्योग बन चुका है इसमें कैरियर की अपार संभावनाएं हैं,इज्जत है शोहरत है पैसा है सम्मान है।

उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए सिरमौर के राष्ट्रपति अवॉर्डी विद्यानंद सरैक, बॉलीवुड में सिरमौर की पहचान पाश्र्व गायक मोहित चैहान, कलर टीवी पर तहलका मचाने वाले दादा फाल्के पुरस्कार से सम्मानित (पुलिस) हरमोनी ऑफ द पॉइंन बैंड के अतिरिक्त रियलिटी शो आदि में मुंबई तक धूम मचाने वाले हिमाचली कलाकारों के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किये।

विद्यालय के म्यूजिक टीचर डॉ. इंद्रजीत सिंह ने धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ कला व खेल गतिविधियां अति आवश्यक है जिससे बच्चे स्वस्थ रहने के साथ परिश्रमी, दृढ़ एवं आत्म विश्वासी बनकर आगे बढ़ने का हौंसला कायम रखते है।

इस शुभारंभ कार्यक्रम में उप-प्रधानाचार्य निधि कुमारी सहित लगभग 635 छात्र और अध्यापक उपस्थित रहे।

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