
पच्छाद के दो उपमंडल सराहाँ व नारग में एसडियो वो भी दुसरे उपमंडल से डेपुटेशन पर, सरकार की अनदेखी को झेल रही पच्छाद की जनता
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहाँ
डॉ वाई एस परमार का गृह क्षेत्र पच्छाद विकास की बाट जोह रहा है क्योंकि यह क्षेत्र हिमाचल निर्माता का गृह क्षेत्र होने के वाबजूद भी अभी तक हिमाचल के तमाम क्षेत्रों से काफी पिछड़ा हुआ है। चाहे किसी भी तरह की बात जाये यहाँ सड़क, स्वास्थ्य और स्कुल विकास को तरस रहे हैं।
आज हम बात कर रहे है इस क्षेत्र में जल शक्ति विभाग की जिसमे पिछले करीब तीन सालों से एक ही जेई इन दोनों उपमंडलों की सात सेक्सनों को संभाल रहा है। ताज्जुब की बात तो यह है कि यहाँ पच्छाद (सराहाँ ) में भले ही अब दो जल शक्ति विभाग के दो उपमंडल हो गये हैं परन्तु इनके सञ्चालन को करने वाला एसडियो इनमे नही है। हालाँकि विभाग ने इनको चलने के लिए डेपुटेशन का जुगाड़ जरुर कर रखा है। आपको बता दें कि जल शक्ति विभाग के उपमंडल सराहाँ में उपमंडल जमटा से तथा उपमंडल नारग में उपमंडल चन्दोल से एसडियो डेपुटेशन पर हैं।
गौर करने की बात तो यह है कि पिछले करीब 7-8 सालों से यहाँ जेई का मानो टोटा पड गया हो। पहले यहाँ विभाग का एक उपमंडल सराहाँ होता था जिसमे 4 सेक्सन सराहाँ, नैनाटिक्कर, बागथन व जयहर हुआ करती थी। पिछली भाजपा सरकार ने यहाँ नारग को अलग से लोंगों की मांग पर जल शक्ति विभाग का उपमंडल खोल दिया जिसमे नारग, जयहर और दिलमन सेक्सन को खोला। परन्तु आशचर्य इस बात का है की अभी तक नारग में स्टाफ नही है यहाँ अभी तक एसडियो तो डेपुटेशन पर ही चला हुआ है तथा जेई तो यहाँ नसीब ही नहीं हुआ है। अब हालात यह हैं कि पच्छाद के इन दोनों उपमंडल की सात सेक्सनों को एक जेई के कन्धों पर चलाया जा रहा है।
प्रदेश में राज करने वाली दोनों सरकारें आती जरुर हैं लेकिन डॉ परमार के इस क्षेत्र को केवल झूठी दिलासा ही नसीब होती है। पच्छाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वालें जल शक्ति विभाग के इन दोनों सबडिवीजनो मे मात्र एक ही जेई कार्यरत है। दोनों सब डिवीज़न मे एसडियो के दो व जेई के 6 पद खाली पड़े हुए हैं।
गौर हो कि क्षेत्र मे गर्मी पड़नी शुरू हो गई है परन्तु दो सहायक अभियंता व छः कनिष्ट अभियंता के पद खाली होने के कारण क्षेत्र के लोगों मे व्यापक रोष पनपा हुआ है। आपको बता दें कि सराहां सब डिवीजन में 26 उठाऊ पेयजल योजना व 55 गिरावटी योजनाएं लोगों को लाभान्वित करती है। इसके अलावा सराहां सब डिवीजन की 26 उठाऊ पेयजल योजनाएं क्षेत्र के 36000 लोगों को लाभान्वित करती है।
वहीँ स्थानीय लोगो का कहना है कि सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता ना होने के कारण क्षेत्र के लोगों को अपनी समस्या रखने को लेकर समस्या उत्पन्न हो रही है। लोगो ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इन पदों को भरे नही तो चुनाव में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।




