Advertisements

राजनितिक : एक देश एक चुनाव पर डॉ बिंदल की अध्यक्षता में भाजपा ने सौंपी समिति को रिपोर्ट

♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल व् अन्य नेता
संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल व् अन्य नेता
Picture of Samachar Drishti Media Group

Samachar Drishti Media Group


संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य अनुराग ठाकुर रहे मौजूद

समाचार दृष्टि ब्यूरो / शिमला

संयुक्त संसदीय समिति का अध्ययन दौरा संविधान (एक सौ उनतीसवां संशोधन) विधेयक, 2024 और संघ राज्य क्षेत्र कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 एक देश एक चुनाव का हिमाचल दौरा रहा, फागू स्थित एक निजी होटल में समिति ने इस चुनाव प्रक्रिया को लेकर विभिन्न समितियों से सुझाव लिए। इस समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर, समिति अध्यक्ष पी पी चौधरी, राज्यसभा सांसद पी विल्सन, समिति सदस्य भुवनेश्वर, राहुल सिंह, जीशा जेम्स मौजूद रहे।
•हमारे फेसबुक पेज पर दिए Linkसे जुड़िए :https://www.facebook.com/SamacharDrishtiLive/
इस दौरान भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल की अध्यक्षता में समिति से मिला। भाजपा की ओर से डॉ राजीव बिंदल ने साथ पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायक जीत राम कटवाल, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा एवं जिला अध्यक्ष केशव चौहान समिति के भाग रहे। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने समिति को एक देश एक चुनाव पर एक रिपोर्ट भी दी और बताया कि प्रदेश में 1287 प्रस्ताव इस चुनावी प्रक्रिया के पक्ष में रहे।

डॉ राजीव बिंदल ने बताया कि 2010 में मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल के समय 8 अप्रैल 2010 को हिमाचल विधानसभा में प्राइवेट मेंबर्स रेजोल्यूशन पारित हुआ था।

डाॅ. राजीव बिन्दल, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा ने कहा कि वन नेशन वन इलैक्शन की संयुक्त संसदीय समिति शिमला पहुंची है और आज हिमाचल प्रदेश की सरकार, विपक्ष, राजनीतिक पार्टियां और प्रशासनिक अधिकारी इस विषय पर क्या रूख रखते हैं इस संबंध में हम शिमला पहुंचे है।

डाॅ. बिन्दल ने कहा कि हमारा स्पष्ट मत है कि जब भारत का संविधान बना तब से लेकर 1970 के दशक तक संसदीय चुनाव, विधानसभाओं के चुनाव, स्थानीय शहरी निकाय के चुनाव, पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव एक साथ हुआ करते थे। बदलते वक्त के साथ जब 1975 में देश में आपातकाल लगा तो चुनावों का समय बदल गया और इसके साथ ही जो चुनी हुई सरकारें थी, उनको तोड़ने का क्रम शुरू हुआ जिसके कारण आजकल आये दिन चुनाव होते हैं। एक साल में दो-तीन राज्यों के अलग-अलग समय में चुनाव होते हैं। इसी प्रकार स्थानीय निकायों के चुनाव भी अलग-अलग समय पर होते हैं यहां तक की एक ही राज्य में स्थानीय निकायों के चुनाव भी अलग-अलग समय पर होते हैं। इसके कारण सरकार का रोजमर्रा का काम बुरी तरह बाधित होता है।

डाॅ. बिन्दल ने कहा कि यदि लोकसभा, विधानसभा, स्थानीय शहरी निकायों एवं पंचायतीराज के चुनाव एक समय के अंदर पूरे देश में हो तो बड़ी मात्रा में खर्चे की बचत होगी। चुनावो में जो लाखो-करोड़ लोग काम में लगते हैं इससे उनकी श्रम शक्ति की भी बचत होगी। इसी प्रकार चुनाव आचार संहिता के लगते ही लम्बे समय के लिए विकास कार्य रूक जाते हैं, बार-बार चुनाव आचार संहिता लगती है उसके कारण निर्णय प्रभावित होते हैं इसलिए जिस तेज गति के साथ भारत आगे बढ़ रहा है, उस बढ़ते हुए भारत की गति को और तीव्र करने के लिए वन नेशन वन इलैक्शन के जो संशोधन है ये अत्यंत महत्वपूर्ण है।

भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश ने अपनी एक टीम गठित की और उस टीम ने पूरे हिमाचल के पंचायतीराज संस्थाओं, स्थानीय निकायों से 1500 के लगभग प्रस्ताव प्राप्त किए हैं, जो वन नेशन वन इलैक्शन के पक्ष में है। 12 जिलों में 36 से ज्यादा काॅन्फ्रंेसिस करके रायशुमारी की है जिसे हम आज संसदीय समिति को सौंपेगे।इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी समिति से मिले और अपने विचार समिति के समक्ष रखे।

डाॅ. राजीव बिन्दल, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश ने संयुक्त संसदीय समिति, जो शिमला में आई है, उसके सामने वन नेशन वन इलैक्शन को लेकर अपना पक्ष प्रस्तुत किया। उन्होनें कहा कि इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायक जीत राम कटवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा और जिलाध्यक्ष शिमला केशव चैहान साथ में मौजूद रहे।

डाॅ. बिन्दल ने कहा कि हमें यह बताते हुए आनंद की अनुभूति हो रही है कि इस समिति के चेयरमैन पी0पी0 चैधरी जिनके साथ सदस्य के तौर पर अनुराग ठाकुर भी शिमला आए हैं और लोकसभा व राज्य सभा के अन्य सदस्यों ने हिमाचल प्रदेश द्वारा प्रस्तुत पक्ष की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होनें कहा कि जिस प्रकार से 1200 पंचायतों तक पहंुच कर उनकी रायशुमारी ली गई, विश्वविद्यालयों में, लाॅ काॅलेजो में और लाॅ के अन्य छात्रों के बीच चर्चा करते हुए उनकी राय लेकर आज इस समिति के समक्ष प्रस्तुत किया उसको देखकर समिति बहुत खुश हुई और हमारी बात से पूरी तरह सहमत हुई।

एक राष्ट्र एक चुनाव की संसदीय समिति शिमला दौरे पर

पूर्व केंद्रीय मंत्री, हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद व एक राष्ट्र एक चुनाव पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्य अनुराग सिंह ठाकुर ने समिति अन्य सांसदों के साथ शिमला प्रवास के दौरान विभिन्न आधिकारिक बैठकों में वन नेशन वन इलेक्शन की आवश्यकता व उपयोगिता पर अपने विचार रखे।दो दिवसीय शिमला दौरे के दौरान संयुक्त संसदीय समिति विभिन्न पॉलीटिकल पार्टी और तमाम हितधारकों से बातचीत कर रही है।

शिमला में एक राष्ट्र एक चुनाव पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिन्दल, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, डिप्टी स्पीकर विनय कुमार, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, कमलेश कुमार पंत, देवेश कुमार, शरद कुमार लगवाल, अजय शर्मा, आशुतोष गुप्ता, विवेक कुमार मिश्रा, विजय कुमार, एस सहने, पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायक जीत राम कटवाल, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा एवं जिला अध्यक्ष केशव चौहान ने इस बैठक में अपने विचार रखे।

ये भी पढ़ें –
Himachal:सरकारें आती जाती रहती हैं ये अधिकारी जान लें, भावनाएं कुचलने का प्रयास न करें : जयराम ठाकुर

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram
LinkedIn
Email
Print

जवाब जरूर दे

[democracy id="2"]
Advertisements

Live cricket updates

error: Content is protected !!