
विजिलेंस ने भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत आरोपी के खिलाफ मामला किया दर्ज
समाचार दृष्टि ब्यूरो / शिमला
हिमाचल प्रदेश राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (विजिलेंस) ने कांगड़ा जिले के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) परागपुर, वीरेंद्र कुमार कौशल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। यह मामला ग्राम पंचायत कडोआ की प्रधान रीना देवी से जुड़ा है, जिन्होंने बीडीओ पर 10,000 रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने का आरोप लगाया था।
घटना तब सामने आई जब बीडीओ ने पंचायत में निर्माण कार्य के लिए डिप्टी कमिश्नर कांगड़ा द्वारा स्वीकृत 1.5 लाख रुपये की राशि जारी करने के बदले रिश्वत की मांग की। इसकी शिकायत प्रधान रीना देवी ने विजिलेंस टीम से की, जिसके बाद टीम ने जाल बिछाकर अधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
विजिलेंस ने भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। साथ ही, अधिकारी की चल और अचल संपत्ति की जांच की जा सकती है। यह 2025 में विजिलेंस की पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जिससे सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है।
मामले की जांच जारी है, और आगे की कार्रवाई का इंतजार है। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार की जड़ों को उजागर किया है और ईमानदारी व जवाबदेही की मांग को और मजबूत किया है।
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