
करीब 250 आबादी वाले कथाड गाँव में बीएसएनएल सिग्नल ना आने से शो पिस बने मोबाइल फोन
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहाँ
आधुनिकता और डिजिटल युग के दौर में उपमंडल पच्छाद का घनी आबादी वाला गाँव कथाड मोबाईल में सिग्नल न आने से परेशानी झेल रहा है। मात्र आधा किलोमीटर दुरी पर बीएसएनएल का टावर होने के वाबजूद भी इस गाँव के लोग डिजिटल कि इस दुनिया में अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
गौर करने की बात तो यह है कि यह पच्छाद की सबसे ऊँची पहाड़ी पर स्थित है वाबजूद यहाँ किसी भी कम्पनी का सिग्नल नही आता है। हालाँकि जब तक भुरेश्वर महादेव के पास बीएसएनएल का टावर नही लगा था तबतक यदाकदा यहाँ बीएसएनएल का सिग्नल आ जाता था। लेकिन इस टावर के लग जाने के बाद इस गाँव में कहीं भी सिग्नल नही आ रहे हैं। जिससे इन लोंगों को बहार रह रहे उनके अपने परिजनों से बात करने के लिए भारी परेशानियाँ झेलनी पड रही हैं। जहाँ एक और आज स्कूली बच्चों को सारा होमवर्क ऑनलाइन चलता है उसे करने में इस गाँव के बच्चे अपनी पढाई भी नही कर पा रहे हैं।
उधर कथाड ग्रामवासी पूर्व सैनिक श्याम दत्त शर्मा, शिशुपाल अत्री, रमेश अत्री, ज्ञान दत्त, भाग चंद, राजेन्द्र दत्त, संजय अत्री, रीना देवी, अर्चना शर्मा, रिशु शर्मा, अजय गौतम, विजय गौतम, श्याम सुन्दर, विजय कुमार, आशु समेत दर्जनों लोंगों ने बताया कि अगर घर पर कोई बुजुर्ग आदि बीमार हो जाये तो एम्बुलेंस आदि को संपर्क करने के लिए करीब एक किलोमीटर दूर जाकर फोन कर सकते हैं।
समस्त ग्रामवासियों का कहना है कि भुरेश्वर महादेव स्थित बीएसएनएल के टावर को विभाग जल्द से जल्द ठीक करवाए अन्यथा वह सोलन में आकर जीएम कार्यालय का घेराव करेंगे।
उधर इस सन्दर्भ में जब जीएम बीएसएनएल जसपाल सिंह से बात की गयी तो उन्होंने इस टावर में आई खराबी का जीकर करते हुए कहा कि जल्द ही इसे ठीक कर लिया जायेगा। उन्होंने माना कि कथाड गाँव में सिंग्नल की दिक्कत आ रही है जिसे जल ही दुरुस्त कर लिया जायेगा।




