



पहले कांग्रेस सरकार ने की थी 100 बेडेड कि घोषणा वह कोरी हुई साबित,
अब वर्तमान सरकार ने घोषणा कर केबिनेट से किया 100 बेडेड मंजूर पर इसे चलाने वाले न डॉक्टरों की न अन्य स्टाफ कोई की अधिसूचना जारी, असमंजस की स्थिति में दोनों सरकारों से अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही पच्छाद की जनता
समाचार दृष्टि ब्यूरो/सराहां
सिविल अस्पताल सराहां का दर्जा बढ़ा कर 100 बेड करने की केबिनेट मंजूरी जारी होने के बावजूद अभी तक इस अस्पताल के लिये सरकार द्वारा कोई भी पद सृजित नहीं किये गये है। सरकार द्वारा इस पर कोई ठोस कदम नही उठाया गया है जिसके चलते आम जनता में इस अस्पताल की स्तरोंन्नति को लेकर अभी भी संशय बरकरार है। स्थानीय निवासियों को उम्मीद थी कि अभी हाल ही में जुलाई को हुई कैबिनेट की बैठक में इस अस्पताल को 100 बेड का दर्जा देने के लिये आवश्यक पद सृजनित किए जाएंगे और जल्द ही इसको अमलीजामा पहनाया जाएगा लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ है। आम लोगो को निराशा ही हाथ लगी। कैबिनेट में जितने भी नए संस्थान खोलने की मंजूरी जारी की गई उन सब के साथ उनके लिये आवश्यक पद भी सृजनित किये गये हैं जबकि सराहां अस्पताल इससे अछूता रहा है।
गौर हो कि गत वर्ष 3 सितम्बर 2021 को लोगो की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सराहां में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सराहां अस्पताल का स्तर 100 बेड करने की घोषणा की थी। जबकि 7 अप्रैल 2022 को कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी भी मिल गयी है। लेकिन उसमें इसके लिये आवश्यक पदों को सृजनित करने का कही भी जिक्र नही था। इससे पूर्व चुनावी वर्ष में कांग्रेस सरकार ने भी इस अस्पताल को 100 बेड करने की मात्र घोषणा ही की थी।
विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चौकाने वाली बात यह है कि सराहां के अस्पताल को इस समय सिविल हॉस्पिटल का दर्जा प्राप्त है। लेकिन आज भी हकीकत में यहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को लागू स्टाफ ही कार्य कर रहा है। इस समय यहाँ पर 4 मेडिकल अफसर,5 स्टाफ नर्स,1 वार्ड सिस्टर,2 फार्मासिस्ट, 1 टेक्नीशियन,1 ट्यूबरक्लोसिस टेक्नीशियन,1 सफाई कर्मचारी तथा 4 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नियुक्त है। जबकि इस सिविल अस्पताल में 35 बेड की व्यवस्था है।
सिविल अस्पताल के अनुसार इतना होता है स्टाफ
बता दें कि सिविल अस्पताल में 8 मेडिकल ऑफिसर्स,2 वार्ड सिस्टर्स,6 स्टाफ नर्स,2 फार्मासिस्ट,2 टेक्निशियन,8 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व अस्पताल में कम से कम 50 बेड होने की आवश्यक है।जबकि सिविल अस्पताल में ऐसा नही है। वहीं 100 बेड का अस्पताल बनने के बाद यहाँ अनुमानित 20 मेडिकल ऑफिसर्स,1 मेटरन,2 वार्ड सिस्टर,12 स्टाफ नर्स,तीन फार्मासिस्ट,तीन टेक्निशन,12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के इलावा ,सफाई कर्मचारी,सुरक्षा के लिये होम गार्ड,कैंटीन इत्यादि की सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिये। लेकिन जब तक यह पद सृजनित नही होंगे तो स्टाफ की तैनाती कैसे होगी यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
जनता को भय है कि कहीं सिविल अस्पताल की तर्ज पर 100 बेड का अस्पताल भी कहीं कागजी न रह जाये। इस समय सिविल अस्पताल की हालत यह है कि यहां का बीएमओ कार्यालय खस्ता हाल में है यहां पानी टपक रहा है। मेडिकल ऑफिसर्स के रहने के लिये यहाँ कोई सरकारी आवास नहीं है।अन्य कर्मचारियों के लिये भी केवल 8 क़वाटर्स हैं जिनकी हालात भी दयनीय है। अस्पताल परिसर में गाड़ियों की पार्किंग की अव्यवस्था है, क्योंकि सराहां मे पार्किंग कहीं है नही इसलिये बाहर से आये लोग अस्पताल परिसर में अपनी गाड़ियां खड़ी करके चले जाते है। उनको रोकने के लिये अस्पताल प्रशासन में कोई व्यवस्था नहीं है। कई बार तो मरीजो को लेकर आ रहे तीमारदारों को भी गाड़ी खड़ी करने की जगह नही मिलती।
यही नही अस्पताल परिसर में बने शौचालय भी अक्सर ब्लॉक रहते है क्योंकि मरीजो,तीमारदारों के अतिरिक्त आम जनता भी उन्हीं का इस्तेमाल करती है।सुरक्षा की दृष्टि से यह अस्पताल चारो और से खुला है यहाँ कोई भी बाउंडरी वाल नही है। गौर तलब है कि यहाँ उपमंडल पच्छाद के अतिरिक्त उपमंडल नाहन, राजगढ़ ,सब तहसील ददाहू,पड़ोसी जिला सोलन,पड़ोसी राज्य हरियाणा की साथ लगती सीमाओं से सैंकड़ो लोग अपना इलाज करवाने आते हैं।
उधर बीएमओ पच्छाद डॉ संदीप शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि सराहां अस्पताल को 100 बेड करने सम्बंधित किसी भी प्रकार की कोई भी सूचना उन्हें अभी तक अधिकारीक रूप से नही मिली है।
वहीँ पच्छाद विधायक रीना कश्यप से बात की तो उन्होंने बताया कि वो स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सहजल से इस अस्पताल के बारे में बात कर चुकी हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस अस्पताल के लिये पद स्वीकृत कर इसे 100 बेड का अस्पताल बनाने के लिये जरूरी कदम उठाए जाएंगे ।